बीएचईएल की स्थापना हुए 54 वर्ष से अधिक बीत चुके हैं जिसने भारत मे देशी भारी विद्युत उपस्कर उद्योग को जन्म दिया।
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बीएचईएल की स्थापना हुए 54 वर्ष से अधिक बीत चुके हैं जिसने भारत मे देशी भारी विद्युत उपस्कर उद्योग को जन्म दिया।
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बीएचईएल की स्थापना हुए 40 वर्ष से अधिक समय बीत चुका है, जिसने भारत में देशी भारी विद्युत उपस्कर उद्योग को जन्म दिया।
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बीएचईएल की स्थापना हुए 5० वर्ष से अधिक समय बीत चुका है, जिसने भारत में देशी भारी विद्युत उपस्कर उद्योग को जन्म दिया।
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बीएचईएल की स्थापना हुए 5० वर्ष से अधिक समय बीत चुके है, जिसने भारत में देशी भारी विद्युत उपस्कर उद्योग को जन्म दिया।
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बीएचईएल की स्थापना हुए 5 ० वर्ष से अधिक समय बीत चुके है, जिसने भारत में देशी भारी विद्युत उपस्कर उद्योग को जन्म दिया।
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भारत सरकार का उद्यम भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड देश में अपने तरह का सबसे बड़ा इंजीनियरी एवं विनिर्माणकारी उद्यम तथा विद्युत उपस्कर विनिर्माण के क्षेत्र में एक अग्रणी अंतर्राष्ट्रीय कंपनी है।
8.
बेंगलूर में स्थित प्रधान कार्यालय के साथ, विद्युत उपस्कर निर्माताओं तथा प्रयोक्ता उद्योगों की जरूरतों की पूर्ति के लिए भारत के विभिन्न भागों में संस्थान की सात अद्यतन अवसंरचनात्मक सुविधाएँ विद्यमान हैं।
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सी पी आर आई वैद्युत शिक्त इंजीनियरी में अनुप्रयुक्त अनुसंधान के लिए कें के रूप में काम करने के अलावा विद्युत उपस्कर के परीक्षण और प्रमाणीकरण को संपन्न करने के लिए एक प्रधान निकाय के रूप में कायर्रत है ।
10.
बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्टेशन, स्विटज़रलैंड से तकनीक के हस्तांरण के करार के माध्यम से 5 प्रमुख विद्युत उपस्कर अर्थात् पावर कन्वर्टर, आग्जिलरी कन्वर्टर, कंट्रोल इलेक्ट्रानिक्स, ट्रांसफार्मर और कर्षण मोटर की तकनीक भारतीय उद्योग को दी गई है और तीन अन्य मदें यथा बोगी, शेल और कर्षण मोटर की तकनीक चित्तरंजन रेल इंजन कारखाने को दी गई है, जिससे देश में ही पहला तीन फेज़ वाला विद्युत इंजन 14 नवंबर, 1998 को निर्मित हुआ।